Prashant Singh Sengar ✍️

पहली बात क्षत्रिय समाज के युवाओं और संगठनो के पास ना कोई दीर्घकालिक कोई एजेंडा है ना ही कोई लक्ष्य केवल लाइक कमेंट के लिए कुछ भी करेंगे, हर मामले उड़ती तीर ले लेंगे , ये कभी उसमें क्षत्रिय समाज हित अहित का चितंन मनन नहीं करते हैं , पुरे देश के ठेका इनके पास हैं , वर्तमान क्षत्रिय समाज के युवाओं की हालात भेड़ बकरियों जैसे हैं मतलब एक कुंआ में गिरेगा तो सब गिरेंगे , #CAA ,#NRC #सेना बेब सीरीज आदि मुददे और पड़ी लकड़ी हर क्षत्रिय संगठन उठा रखा हैं .
जबकि खुद क्षत्रिय समाज के सामने क्षत्रिय युवाओं बढ़ती अशिक्षा , बढ़ती बेरोजगारी , चोरी होता इतिहास , सिकुड़ता राजनीतिक जानधार, बिकती ज़मीन , अपने महापुरूषो का अपमान , मृत होती जातिगत चेतना और प्रेम , #EWS जैसे मुददे पड़े हैं लेकिन मंजाल क्या क्षत्रिय युवा और क्षत्रिय संगठन इन मुददो उठाये , इनका समाधान ढूढ़ने का विचार करे ….
बस फालतू के मुददे और सोशल मीडिया दबंगता करना हैं , हर जाति के अन्दर लगातार जातिगत प्रेम , सदद्भभाव और कट्टरता बढ़ रही हैं ,और हमारी शून्य हो रही हैं , हम बस एक दुसरे का मजाक बनाने और टांग पकड़ कर खीचने पर लगे हुये हैं , यहाँ सबसे बड़ी समस्या हर कोई खुद बाहुबली एवम् हर कार्य स्वयम् श्रेय लेना चाहता हैं और लीडर बनना चाहता , आसमान से उतर ज़मीन पर वर्तमान समय में समाज की स्थिति का आकलन करो पिछले दशक से हर क्षेत्र में पिछड़ रहे हैं हम …
1- शिक्षा
2- कृषि
3- रोजगार
4- राजनिति
5- नौकरी
क्यो इस पर कभी विचार किये आप लोग ?????